नाक छिदवाने से नुकसान: नाक छिदवाने की प्रक्रिया, जैसे किसी भी छेदन प्रक्रिया में, कुछ जोखिम और संभावित नुकसान हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
संक्रमण: छेदने की प्रक्रिया में संक्रमण होने का जोखिम होता है, खासकर अगर छेदने की प्रक्रिया स्वच्छ वातावरण में नहीं की गई हो या उचित देखभाल नहीं की जाए।
एलर्जिक प्रतिक्रिया: कुछ लोगों को धातुओं, जैसे निकेल, से एलर्जी हो सकती है, जो कुछ नाक के गहनों में पाई जाती है। इससे त्वचा में जलन और अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं।
नर्व डैमेज या दर्द: छेदने की प्रक्रिया में नर्व्स को नुकसान पहुंचने की संभावना होती है, जिससे दर्द या सुन्नता हो सकती है।
खून बहना: छेदने की प्रक्रिया में खून बहना सामान्य है, लेकिन कभी-कभी यह अधिक हो सकता है या लंबे समय तक बना रह सकता है।
केलॉइड और निशान: कुछ लोगों में छेदने के स्थान पर केलॉइड (अतिरिक्त ऊतक का निर्माण) या अन्य प्रकार के निशान बन सकते हैं।
ठीक होने में समय लगना: नाक का छेदन ठीक होने में कई हफ्तों से लेकर कुछ महीनों तक का समय ले सकता है, और इस दौरान देखभाल की जरूरत होती है।
गलत छेदने से समस्याएं: अगर छेदने की प्रक्रिया सही ढंग से नहीं की गई हो, तो इससे असामान्य छेद या अन्य समस्याएँ हो सकती हैं।
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